आई 1 न्यूज़ 10 अगस्त 2018 ( अमित सेठी ) बच्चों को अगवा कर उनसे भीख मंगवाने का मामला पंजाब-हरियाणा हाईकार्ट के संज्ञान में लाया गया है। हाईकोर्ट ने इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए पंजाब को नोटिस जारी कर पूछा है। हाईकोर्ट ने पूछा कि इतना सब हो रहा है तो पुलिस और सरकार हाथ पर हाथ रखे क्यों बैठे हैं। चीफ जस्टिस कृष्ण मुरारी एवं जस्टिस अरुण पल्ली की खंडपीठ ने संगरूर के राजेश कुमार द्वारा हाईकोर्ट को भेजी गई शिकायत के आधार पर यह नोटिस लिया है। हाईकोर्ट को बताया गया कि चार वर्षीय बच्ची 28 मार्च से लापता है। एक महीन बाद किसी ने इंटरनेट पर एक बच्ची की फोटो वायरल कर दी थी जिसमें वह फर्श पर लेटी नजर आ रही थी और उसके पास 10 रुपये के नोट पड़े थे। फोटो को पहचान बच्ची के माता-पिता ने पुलिस को इसकी जानकारी दी। लेकिन यह फोटो कहां की है और किसने इसे इंटरनेट पर वायरल किया है इसकी जानकारी अभी तक पुलिस को नहीं लग पाई है। इस मामले को लेकर समाचार पत्रों प्रकाशित समाचार पर शिकायतकर्ता ने हाईकोर्ट को भेजी शिकायत में कहा है कि इस फोटो से साफ नजर आ रहा है कि बच्ची को जबरदस्ती भिखारी बनाया गया है। तय है कि बच्चों को अगवा कर उन्हें भिखारी बनाने वाले किसी गैंग का काम हो सकता है। अभी तक पुलिस इस चार वर्ष की मासूम बच्ची को तलाशने में नाकाम रही है। अब हाईकोर्ट ने इस मामले में संज्ञान लेकर पंजाब सरकार सहित अन्य सभी प्रतिवादी पक्षों को नोटिस जारी कर जवाब तलब कर लिया है।