आई 1 न्यूज़ चंडीगढ़, 8 अगस्त 2025 — रेड कंगारू इमीग्रेशन के दफ्तर में 7 अगस्त को कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने जबरन घुसकर अपशब्द कहे और स्टाफ को धमकियां दीं। इस दौरान ऑफिस कर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार भी किया गया।
घटना की सूचना तुरंत 112 पुलिस कंट्रोल रूम को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और उनके खिलाफ सेक्टर-34 थाने में FIR नंबर 123 के तहत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया।
कंपनी के मालिक ने बयान जारी करते हुए कहा कि इस विवादित मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है। जिस व्यक्ति का केस आरोपी लेकर आए थे, वह उनकी कंपनी से संबंधित नहीं था और न ही उनके पास कंपनी द्वारा कोई रसीद या ऑनलाइन लेनदेन का सबूत था। मालिक ने बताया कि, “वास्तव में आरोपियों का विवाद सेक्टर-34 स्थित एक अन्य इमीग्रेशन कंपनी से था, लेकिन वे हमारे दफ्तर में घुसकर हमसे जबरन पैसा मांगने लगे। इसके बावजूद हमने उन्हें समझाने की कोशिश की।”
पूर्व साझेदार गुरतेज सिंह पन्नू ने बताया कि वे करीब एक साल पहले कंपनी छोड़ चुके हैं, लेकिन मौजूदा मालिक के साथ उनके अच्छे संबंध हैं। उन्होंने कहा, “यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरों में कैद है और पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।”
इमीग्रेशन कंपनी के मालिकों ने सवाल उठाया कि क्या कानून किसी व्यक्ति—चाहे वह समाजसेवी ही क्यों न हो—को इस तरह किसी के दफ्तर में जबरन घुसकर वसूली करने की इजाजत देता है? उन्होंने कहा कि यदि कोई इमीग्रेशन कंपनी गलत काम करती है तो उसके मालिक और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन किसी बाहरी व्यक्ति द्वारा इस तरह का दबाव डालना पूरी तरह गलत है।
कंपनी मालिकों ने आरोप लगाया कि महंगा सिद्धू नामक व्यक्ति ने दफ्तर में घुसकर अपमानजनक टिप्पणियां कीं, जिसके लिए उसे सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि पाहना सिद्धू सोशल मीडिया पर कंपनी के खिलाफ भ्रामक प्रचार कर रहा है, जिसकी वे निंदा करते हैं।
रेड कंगारू इमीग्रेशन समेत कई कंपनियों ने चंडीगढ़ प्रशासन और पंजाब सरकार से अपील की है कि ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।