स्वास्थ्य विभाग डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया से बचाव के लिए लोगों को कर रहा है सतर्क
जागरूकता अभियान के तहत स्वास्थ्य मंत्री पहुंचे बलौंगी
आई 1 न्यूज़ मोहाली ( खुशविंदर धालीवाल ) 14 जून:
पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि राज्य स्वास्थ्य विभाग डेंगू, कोविड-19 और गर्मी की लहर (हीटवेव) से निपटने के लिए पूरी तरह सतर्क और तैयार है। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा जनजागरूकता अभियान के माध्यम से लोगों को डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, कोविड और लू से बचाव के उपायों के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
डॉ. बलबीर सिंह ने शुक्रवार को मोहाली के समीप स्थित अर्ध-शहरी क्षेत्र बलौंगी गांव का दौरा किया। यह दौरा ‘हर शुक्रवार, डेंगू ते वार’ अभियान के तहत किया गया। मंत्री ने घर-घर जाकर लोगों को बताया कि किस प्रकार कूलर की टंकियों, फ्रिज के पीछे की ट्रे, गमलों और पक्षियों के पानी के बर्तनों में डेंगू मच्छर के लार्वा पनप सकते हैं।
उन्होंने कहा, “डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियाँ केवल इस एक सावधानी से रोकी जा सकती हैं कि सप्ताह में एक दिन—विशेषकर शुक्रवार को—घर में रखे सभी पानी से भरे बर्तनों, कूलर की टंकी, फ्रिज की ट्रे, गमलों आदि को खाली कर दिया जाए। डेंगू मच्छर के अंडे को वयस्क मच्छर बनने में 7 दिन लगते हैं, ऐसे में हम लार्वा को समय रहते खत्म कर सकते हैं।”
इस अवसर पर डेंगू लार्वा खोजने वाली आशा वर्कर सोमप्रीत कौर और सरोज को 500 रुपए प्रत्येक के नकद इनाम से सम्मानित किया गया। उन्होंने बताया कि राज्य भर में हर शुक्रवार 50,000 से अधिक टीमें—जिनमें नर्सिंग छात्र, आशा वर्कर, बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कर्मी, स्कूल शिक्षक और ब्रीडर चेकर शामिल हैं—घर-घर जाकर लार्वा की जांच और जनजागरूकता का कार्य कर रही हैं।
मीडिया से बातचीत में मंत्री ने बताया कि पिछले साल समय पर की गई कार्रवाई और जागरूकता के चलते डेंगू के मामलों में 50% की कमी आई थी और इस वर्ष 80% तक मामलों में गिरावट का लक्ष्य रखा गया है।
डॉ. बलबीर सिंह ने बढ़ते तापमान के मद्देनजर लू से सावधान रहने की भी अपील की। उन्होंने दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच बाहर न निकलने, हल्के रंग के कपड़े पहनने, सिर को गीले कपड़े से ढकने और नींबू पानी, लस्सी, जलजीरा तथा हल्का नमक मिला पानी बार-बार पीने की सलाह दी।
कोविड-19 की स्थिति पर बात करते हुए मंत्री ने कहा कि दिल्ली और हरियाणा में मामलों में वृद्धि देखी गई है, जबकि पंजाब में अब तक केवल 31 मामले सामने आए हैं, जोकि बिना लक्षणों वाले और हल्के स्वरूप के हैं। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट की गई दो मौतों का सीधा संबंध कोविड से नहीं कहा जा सकता क्योंकि मृतकों को अन्य बीमारियाँ भी थीं। उन्होंने लोगों को बंद स्थानों में भीड़ से बचने और हवादार वातावरण में रहने की सलाह दी।
उन्होंने कहा कि राज्य के अस्पतालों में ऑक्सीजन, आवश्यक दवाएं और आपातकालीन बेड सहित सभी व्यवस्थाएं पूरी हैं। गर्भवती महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों और कम प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्तियों से विशेष सावधानी बरतने की अपील की गई।
इस अवसर पर उनके साथ स्वास्थ्य विभाग की निदेशक डॉ. हतींदर कौर, एसडीएम दमनदीप कौर, सिविल सर्जन डॉ. संगीता जैन, राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम की राज्य अधिकारी डॉ. अर्शदीप कौर, जिला महामारी विशेषज्ञ डॉ. अनामिका सोनी व डॉ. हरमन बराड़, नर्सिंग छात्राएं, आशा वर्कर, मल्टी परपज हेल्थ वर्कर और गांव की पंचायत एवं सरपंच मौजूद रहे। स्वास्थ्य मंत्री ने एसडीएम को गांव के तालाब की सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।