आई 1 न्यूज़ चंडीगढ़ ( खुशविंदर धालीवाल ) 12 जून 2025 , पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ के हिंदी-विभाग की हिंदी साहित्य परिषद द्वारा कबीर जयंती के उपलक्ष्य में कबीर वाणी में सामाजिक समरसता विषय पर व्याख्यान तथा विभाग के शोधार्थी डॉ. सुरिन्द्र सिंह की नवीतम प्रकाशित कृतियाँ साहित्य का परिप्रेक्ष्य और सीप में मोती की परिचर्चा एवं लोकार्पण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष प्रो. अशोक कुमार द्वारा की गई
डॉ. सुरिन्द्र सिंह की कृति सीप में मोती काव्य संग्रह है जबकि साहित्य का परिप्रेक्ष्य पुस्तक में उन्होंने संपादक की भूमिका निभाई है। सीप में मोती कविता संग्रह पर विभाग के पूर्व शोधार्थी एवं आलोचक डॉ. केवल कुमार और सुप्रसिद्ध कवयित्री डॉ . सिप्रा श्रीवास्तव ने समीक्षात्मक आलेख प्रस्तुत किये । आलोचक केवल कुमार ने अपने विचार व्यक्त करते हुए किताब में व्याप्त विविध विषयों पर संदर्भों सहित पुस्तक के मर्म को स्पष्ट किया । पुस्तक पर अपने विचार देते हुए डॉ. सिप्रा श्रीवास्तव ने नारी के सकारात्मक पक्ष को स्पष्ट करते हुए किताब के केन्द्रीय उद्देश्य को स्पष्ट किया।
कवि-संपादक सुरिन्द्र सिंह ने अपनी साहित्यिक यात्रा से भी सबको अवगत करवाया । कार्यक्रम का दूसरे पड़ाव में कबीर पर विस्तृत चर्चा की गई। जिसमें दर्शन शास्त्र विभाग के अध्यक्ष पंकज श्रीवास्तव, यूनिवर्सिटी बिजनस स्कूल के सहायक प्राध्यापक डॉ. कुलविंदर सिंह, समाज शास्त्र विभाग के अध्यक्ष डॉ. विनोद कुमार, राजकीय महाविद्यालय, सेक्टर 46 से डॉ. लीम चंद, विभाग की पूर्व शोधार्थी डॉ. तारावती और विभाग के विद्यार्थी साहिल कुमार ने कबीर के परिप्रेक्ष्य में विभिन्न दृष्टिकोणों से “कबीर वाणी में सामाजिक समरसता” को उद्घाटित किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रो. अशोक कुमार ने कबीर की वर्तमान प्रासंगिकता पर विचार व्यक्त करते हुए वर्तमान समय में कबीर और साहित्य में उभरते नये लेखकों को कबीर की शिक्षाओं से अवगत करवाया । कार्यक्रम में उपस्थित सभी विद्वतजनों का धन्यवाद करते हुए कहा कि भविष्य में ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन निरंतर करवाते रहेंगे। कार्यक्रम का संचालन विभाग के विद्यार्थी एवं युवा कवि पवन शर्मा ने किया।