आई 1 न्यूज़ 5 अप्रेल 2018 ( अमित सेठी ) पंजाब कांग्रेस द्वारा तीसरा कर्जा माफी मेला महज़ कैप्टन अमरिंदर सिंह की राजनीतिक स्टंटबाजी है” यह कहना था पंजाब विधानसभा में विपक्ष नेता सुखपाल खैरा का जो अपने सरकारी निवास स्थान पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे ।उन्होंने कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा माइनिंग के आरोपियों के विरुद्ध कोई कार्यवाही ना करने का भी आरोप लगाया । अमृतसर में 34 करोड़ के धान की चोरी का मामले में भी सरकार को आड़े हाथों लिया। आई एस आई द्वारा पंजाब के युवकों को गुमराह करके आतंकवाद के रास्ते पर लगाने की कोशिश करने को उन्होंने सरकार की कमजोरी बताया ।
सुखपाल खैहरा ने कहा कि आज गुरदासपुर में तीसरा कर्जा माफी समारोह किया जा रहा है और तीनों कर्जा माफी समारोह में कुल 485 करोड के खर्चे माफ़ किए जाने हैं ।यदि इतनी कम राशि के कर्जे माफ करने थे तो समारोह पर करोड़ों रुपए खर्च क्यों किए गए । किसानों के खाते में ही पैसे क्यों नहीं डाल दिए गए । इतना कम कर्जा माफ करने से ना तो आत्महत्याएं कम होगी और ना ही किसानों की स्थिति सुधरेगी। यहां तक के किसानों को कर्जा माफी के लिए बनाए गए ब्रांड एंबेसडर पीड़ित किसान का भी कर्जा माफ नहीं किया गया।
माइनिंग के मामले पर बोलते हुए सुखपाल खैहरा ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने माइनिंग के मसले पर ट्वीट करके 6 खड्डों की नीलामी स्थगित की थी पर उस मामले में भी किसी भी व्यक्ति पर कोई केस या कार्यवाही नहीं हुई।
अमृतसर में 400 ट्रक पैडी चोरी होने के मामले में बोलते हुए सुखपाल खैहरा ने कहा के काफी समय से ऐसी अनियमितताएं देखने को आ रही है पर सरकार इस तरफ ध्यान ही नहीं दे रही।
एक तरफ तो सरकार किसानों का कर्जा माफी करने का नाटक कर रही है और दूसरी तरफ उनके चेक बाउंस करवा कर किसानों को जेलों में भेज रही है यह कैसी कर्जा माफी है।
सुखपाल खैहरा ने कहा के पंजाब के युवाओं को गुमराह करके आईएसआई उन्हें आतंकवाद की भट्टी में एक बार फिर झोंकने की कोशिश कर रही है और पंजाब में बेरोजगारी तथा कानून व्यवस्था में कमी होने के कारण पंजाब का युवा आसानी से आई एस आई के प्रलोभन में आ रहा है और पंजाब आतंकियों का सॉफ्ट टारगेट बनता जा रहा है।
वाइट सुखपाल सिंह खैहरा नेता विपक्ष पंजाब